बरेली : देश के पश्चिमी भाग और दिल्ली में धूल भरी आंधी का असर बरेली में भी दिखने लगा है। सुबह निकली धूप दोपहर में गायब हो गई। देर शाम आंधी आ गई। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि वातावरण में धूल के महीन कण तैर रहे हैं। धूल के कणों की महीन सतह बनकर आसमान में धुंध छा गई है। इससे जमीन की गर्मी ऊपर नहीं जा पा रही है। उमस के साथ तपन बढ़ गई है। आगामी तीन-चार दिनों तक ऐसे ही हालात बने रहेंगे। इसके बाद बारिश की फुहार बरसेगी और लोगों को राहत मिलेगी। मौसम वैज्ञानिक डॉ. एचएस कुशवाहा के अनुसार एक माह पूर्व भी राजस्थान के सीमावर्ती जिलों से चली आंधी का असर यहां दिखाई दिया था जिसने दिन में ही अंधेरा कर दिया था और लोगों को शाम होने से पहले ही अपने वाहनों की लाइट जलाकर निकलना पड़ा था। अब बुधवार को भी कुछ ऐसे ही हालात बने। सूर्य व पृथ्वी के बीच काफी ऊंचाई पर धूल की परत जम गई। तप रही धरती से उठ रही भाप का हवा में विलय नहीं हो सका। ऐसे में फिलहाल मौसम अधिक शुष्क बना रहेगा। कई बार इनकी गति भी तेज होगी। अभी इस प्रकार के बदलाव आते रहेंगे। बुधवार को बरेली में अधिकतम तापमान 41.9 और न्यूनतम 29.5 डिग्री सेल्यिस रहा। ऐसे में लोगों को तेज उमस का सामना करना पड़ा। आगामी चार-पांच दिन तक बारिश के आसार नहीं बन रहे हैं। इससे तापमान में वृद्धि जारी है। दिन भर तपन बढ़ी रही। जरूरी काम के लिए घर से निकला था। लेकिन थोड़ी दूर चलना मुश्किल हो गया। आंखों में धूल से जलन सी महसूस हुई। पुनीत आसमान में धुंध छाने से सड़क पर बेचैनी का अहसास हुआ। थोड़ी दूर भी चलना मुश्किल लगा। लू के थपेड़े शरीर को झुलसा रहे थे।
स्टेट हैड
मनमीत सिंह